आसुओं के #सफ़र में आँखों को बस हर लम्हा नम होना था,
ये #सफ़र तुझसे शुरु और तुझ पे ही खत्म होना था...
किससे कहते और किसको ज़ताते अपना #प्यार यारों,
मुकद्दर में लिखा अपने हर व़क्त हर लम्हा रोना था...

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