मकां तो मिलते हैं मगर, कोई भी घर नहीं मिलता !
अब ईंट और गारे में, दिलों का असर नहीं मिलता !
सब कुछ पाने की ललक तो दिखती है हर जगह,
पर कहीं ख़ुदा के दिए, हिस्से में सबर नहीं मिलता !
अब तो करते हैं लोग दोस्ती सिर्फ मतलब के लिए,
जो #ज़िन्दगी भर निभा दे, वो हमसफ़र नहीं मिलता !
किसी के सुख से ग़मज़दा मिल जाएंगे हज़ारों लोग,
पर किसी के दुःख में भी रोये, वो अक्सर नहीं मिलता !

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