18 Results
अपने प्यार का अशियाना, कभी हमने भी सजाया था
उसके ज़र्रे ज़र्रे ने फक़त, मोहब्बत का गीत गाया था
View Full
कुछ नहीं नसीब में, गर तू नहीं है
ये ज़िंदगी बेकार है, गर तू नहीं है
आये हैं दुनिया में सिर्फ तेरे लिये,
View Full
ज़िंदगी के सफर में, मैं बिखरता ही रहा
गिर गिर के फिर से, मैं संवरता ही रहा
View Full
हम महफिल से जा रहे हैं, मोहब्बत को हार के
लम्हें न भूल पायेंगे, जो पहलू में बिताये यार के
View Full
उनकी नज़रों में मिट्टी के घर नहीं आते
रहने वालों के उन्हें हाल नज़र नहीं आते
View Full
अपने दुखड़े, ओरों को सुनाने से क्या मिलेगा
अपने ज़ख्म, ओरों को दिखाने से क्या मिलेगा
View Full
क्या कहूँ और कैसे कहूँ,
कि मैं क्या #लिखता हूँ..
हर #व़क्त के हर #
लम्हें में,
नये #अल्फ़ाज लिखता हूँ...
View Full
आज आँखों से आँखें, नहीं मिलाता कोई
आज #दिल से भी दिल, नहीं मिलाता कोई
नज़र आता है हर कोई खोया हुआ सा,
View Full
मेरी चाहतों को, इस कदर ठुकराने वाले
मेरे दर्दे ज़िगर को, हंसी में उड़ाने वाले
View Full
वो न जाने क्यों, मुझको याद आते हैं
दिन हो या रात, हर वक़्त याद आते हैं
सोचता हूँ कह दूँ दिल की बात, मगर
View Full