Dil ke jazbaat keh nahi paate
उनकी आँखों के इशारे, हम पढ़ नहीं सकते
दिल के ज़ज्बात, किसी से कह नहीं सकते
उनके दिल में जो भी हो पता नहीं
पर सच में वगैर उनके, हम रह नहीं सकते <3
उनकी आँखों के इशारे, हम पढ़ नहीं सकते
दिल के ज़ज्बात, किसी से कह नहीं सकते
उनके दिल में जो भी हो पता नहीं
पर सच में वगैर उनके, हम रह नहीं सकते <3
हमने तो मांगा था ज़रा सा सुकून उनसे,
उल्टा वो एक नया ज़ख्म देकर चले गये
कल आबाद थे तो आँखों के नूर थे हम,
आज मुफ़लिसी का ताना देकर चले गये
मेरा बदहाल तो छूत की बीमारी बन गया,
अपने भी मुझसे पीछा छुड़ा कर चले गये
ये कैसा सितम है वक़्त के मारों पर
जो #दिल में थे वही दिल जला कर चले गये !!!
हम जला के दिये खुद अंधेरों में चल दिये
किसी की यादों के उजाले ले कर चल दिये
न राहों की फिक्र हमको न मंज़िल का पता
फिर भी अंधेरों में रोशनी तलाशने चल दिये
लोग बिछाते रहे कांटे हमारी राहों में मगर
हम मुश्किलों को किनारे लगा कर चल दिये
मोहब्बत का दुश्मन है ये जमाना
उसके दिये ज़ख्म दिल से लगा कर चल दिये
गर हवा में उड़ना है तो हवाओं का रुख देखो
खुशियों को देखना है तो दुनिया के दुख देखो
गर अर्थ समझना है असल ज़िंदगी का दोस्तो
तो चमकती रोशनी नहीं अंधेरों में डूब कर देखो
अपने लिये तो दुनिया जी लेती है,
कभी अपनी ज़िंदगी औरों के लिये जी कर देखो
दिल के आंसू आँखों में दिखाई नहीं देते
कुछ दर्द हैं जो चेहरे पै दिखाई नहीं देते
मुस्कराते चेहरों पर मत जाइये जनाब
दिलों में भरे तूफान हमें दिखाई नहीं देते