Apne kal ko barbad mat kar
उजड़े हुए गुलशन को, फिर से आबाद मत कर
उसके हसीन फूलों को, तू फिर से याद मत कर
जी ले जिंदगी को मन मार कर यूं ही ,
तू अपने हसीन कल को, फिर से बर्बाद मत कर.....

उजड़े हुए गुलशन को, फिर से आबाद मत कर
उसके हसीन फूलों को, तू फिर से याद मत कर
जी ले जिंदगी को मन मार कर यूं ही ,
तू अपने हसीन कल को, फिर से बर्बाद मत कर.....
घर बनाने में वक़्त लगता है, पर मिटाने में पल नहीं लगता
दोस्ती बड़ी मुश्किल से बनती हैं, पर दुश्मनी में वक़्त नहीं लगता
गुज़र जाती है उम्र रिश्ते बनाने में, पर बिगड़ने में वक़्त नहीं लगता
जो कमाता है महीनों में आदमी, उसे गंवाने में वक़्त नहीं लगता
पल पल कर उम्र पाती है ज़िंदगी, पर मिट जाने में वक़्त नहीं लगता
जो उड़ते हैं अहम के आसमानों में, जमीं पर आने में वक़्त नहीं लगता
हर तरह का वक़्त आता है ज़िंदगी में, वक़्त के गुज़रने में वक़्त नहीं लगता...
टूटे हुए दिल को, संभलने की आस क्या रखिये
कितना खोया है #ज़िंदगी में, हिसाब क्या रखिये
चेहरे पे ग़म बिठा कर क्या मिलेगा दोस्तो,
अपने अज़ाब अपने हैं, औरों को उदास क्या रखिये...
किसी के हुस्न का जल्वा, कब तक चलेगा क्या पता
जब ढल जायेगा यौवन, तब क्या बचेगा क्या पता
बस खुशबू रहेगी फूल की ज़ेहन में दोस्तो,
उसका रंग ओ जमाल, कब तक बचेगा क्या पता
सूरत पे मरने वालो ज़रा सीरत को जानिये ,
यूं चार दिन की चाँदनी में, क्या मिलेगा क्या पता...
मुंह चुराना आफतों से बड़ा आसान होता है
हर कदम ज़िंदगी का एक इम्तिहान होता है
मायूस बैठने से कुछ भी हासिल नहीं यारो,
सिकन्दर के कदमों में सारा जहान होता है...