Ajnabi se pyar kyun hota hai
आना नहीं है जिसको, उसका इंतज़ार क्यों होता है
किसी अजनबी के लिये, दिल बेकरार क्यों होता है
चाहत के लिये पड़ी है सारी दुनिया,
पर जो चीज़ दुर्लभ है, उसी से प्यार क्यों होता है...
आना नहीं है जिसको, उसका इंतज़ार क्यों होता है
किसी अजनबी के लिये, दिल बेकरार क्यों होता है
चाहत के लिये पड़ी है सारी दुनिया,
पर जो चीज़ दुर्लभ है, उसी से प्यार क्यों होता है...
शमा जलाती है, फिर भी परवाने चले आते हैं
दुनिया सताती है, फिर भी दीवाने चले आते हैं
जो प्यार करते हैं डरा नहीं करते दुनिया से,
परवाने खुद ही, अपनी जाँ गंवाने चले आते हैं...
दीवाने मोहब्बत में, कभी दिखावा नहीं करते
वो कभी अपनी मोहब्बत, बदनाम नहीं करते
तन्हाइयों में भले ही रोलें याद में उनकी,
पर अपनी तमन्ना, किसी से बयां नहीं करते
#मोहब्बत तो एक जज़बा है दिल का यारो,
वो अपने जज़बात, किसी को बयां नहीं करते
खुदा की रज़ा है तो मिल जाएगा दिलनशीं,
वो किसी और पर, खामखां ऐतबार नहीं करते...
कहने को ज़िंदा हूँ, पर अपनों से दूर हूँ मैं
अपने हालात से, न जाने क्यों मजबूर हूँ मैं
अपनों के दिये #दर्द सहता रहा ज़िंदगी भर,
किसी ने नहीं सोचा, क्यों इतना बेनूर हूं मैं...
उनके नख़रे उठा पाना, गर मेरे बस में होता
मैं तो उन्हीं का हो जाता, गर मेरे बस में होता
उनकी आँखों में छप जाता मूरत बन कर मैं,
ख्वाबों में यूं ही घुस जाना, गर मेरे बस में होता
मुस्कान सजाकर रखता मैं चेहरे पर अपने,
बेवजह का यूं ही मुस्काना, गर मेरे बस में होता
अपनी यादों से कर देता मैं बेदखल उसे,
यूं #दिल से उसे भुला पाना, गर मेरे बस में होता