Unke Dil Mein Pyar Bhar De
ऐ खुदा मुझ पर तू, बस इतना सा उपकार कर दे
मेरे लिये तू उनके #दिल में, बस ज़रा सा प्यार भर दे
कोई दुख न आये उनके हिस्से में ये वादा कर,
भले ही मेरी ज़िंदगी में, गमों का तू अम्बार भर दे...
ऐ खुदा मुझ पर तू, बस इतना सा उपकार कर दे
मेरे लिये तू उनके #दिल में, बस ज़रा सा प्यार भर दे
कोई दुख न आये उनके हिस्से में ये वादा कर,
भले ही मेरी ज़िंदगी में, गमों का तू अम्बार भर दे...
भले ही छूलो आसमां, पर इस जमीं को मत भूल जाना
जी भर के जीलो #जिंदगी, पर अपनों को मत भूल जाना
आसमां से फिसल कर जमीं पर ही आना है दोस्तो,
जी भर के उड़ लो मगर, इस हक़ीकत को मत भूल जाना
मुस्कान तो देखी मगर, दिल का बबंडर नहीं देखा
चेहरे की चमक देखी, पर मन के अंदर नहीं देखा
खुशियों के नज़ारे देखते रहे ज़िंदगी भर,
पर कभी दर्द से मरने वालों का, मंज़र नहीं देखा
शीशे के महल तो बनवा लिये शौक से,
पर कब टकरा कर तोड़ दे, वो पत्थर नहीं देखा
अपनों से बिछड़ने का दर्द वो क्या जानेँ,
जिसने ज़िंदगी में अपनों से, मिल कर नहीं देखा
वाह! औरों में ढूढता फिरता हैं कमियां वो,
जिसने अपना गिरेवां, कभी झाँक कर नहीं देखा...
उनका यूं #दिल तोड़ कर जाना, हमें अच्छा नहीं लगता
मोहब्बत में रूसबा हो जाना, हमें अच्छा नहीं लगता
वो हमसे मुख़ातिब हों न हों कोई बात नहीं,
पर किसी और से बतियाना, हमें अच्छा नहीं लगता
उनके मुस्कराने से भले ही चमकती हों बिजलियाँ,
पर कहीं और मुस्कराएं वो, हमें अच्छा नहीं लगता
ज़िंदगी भर इंतज़ार करूं ये कुबूल है मुझको,
फिर भी उनका बिछड़ जाना, हमें अच्छा नहीं लगता
ताने तो रोज़ कसते हैं हम भी उन पर यारो,
पर कोई और बुरा बोले उनको, हमें अच्छा नहीं लगता
गर भूल जाएं हमको कोई शिकवा नहीं हमें,
पर किसी गैर पर दिल लुटाएं, हमें अच्छा नहीं लगता
आज कल दुनिया में भला मुस्कराता कौन है
ज़िंदगी की इस दौड़ में हंसता हंसाता कौन है
तारों को ताकते गुज़र जाती हो रात जिनकी,
उनको क्या पता कि ख्वाबों में आता कौन है....
सबके दिल में होती है मुस्कराने की चाहत,
पर उनके होठों से हंसी आखिर चुराता कौन है
इस पेट कि खातिर भागती दौड़ती है दुनिया,
अब हंसने के लिये भला वक़्त बचाता कौन है