Nafrat Mein Bhi Pyar Talask Karo
ग़र्दिश के गहरे सागर में से, बस खुशी का रतन तलाश करो
पतझड़ के भीषण मौसम में भी, फूलों की बहार तलाश करो
ग़म के साये दूर करो नफरत से क्या मिलना यारो,
नफरत के बहते दरिया में भी, एक प्यार की धार तलाश करो
ग़र्दिश के गहरे सागर में से, बस खुशी का रतन तलाश करो
पतझड़ के भीषण मौसम में भी, फूलों की बहार तलाश करो
ग़म के साये दूर करो नफरत से क्या मिलना यारो,
नफरत के बहते दरिया में भी, एक प्यार की धार तलाश करो
हवाओ सावधान, अपना रास्ता बदल कर निकल जाओ
ना बदल सको दिशा, तो शहर के ऊपर से निकल जाओ
फिज़ाओं में ज़हर घोल रही है हैवानियत,
मेहरवानी होगी अगर, मेरे शहर को बचा के निकल जाओ
जब समय खराब आता है, तो अपने खिसक जाते हैं
जब जहाज डूबता है, तो पहले चूहे खिसक जाते हैं
सच्चे #दोस्त ही साथ निभाते हैं अंजाम तक,
पर समय को ताड़ कर, फ़ालतू दोस्त खिसक जाते हैं
प्यार खरीदने वाले भी, तुम्हें अनेक मिल जायेंगे
ख्वाब दिखाने वाले भी, तुम्हें अनेक मिल जायेंगे
हम जैसा कद्र दान नहीं मिलेगा जमाने में,
तुम्हें धोखा देने वाले, एक नहीं अनेक मिल जायेंगे
इस फरेबी दुनिया में लोग, यूं ही दिल तोड़ देते हैं
दोस्ती जैसे विश्वास का भी, वे विश्वास तोड़ देते हैं
जिंदगी जीना तो उन पत्थरों से सीखो यारो,
जो खुद को भी मिटा कर, टूटे पुलों को जोड़ देते हैं