Dost Jo Bibi Ke Gulam Ho Gaye
कुछ दोस्त तो बदनाम हो गये, कुछ गुमनाम हो गये
कुछ बदनसीब तो बे वक़्त ही, ख़ुदा के नाम हो गये
ज़िंदगी के सफर में कितने दोस्त थे हमारे साथ,
सबसे बेजोड़ वो निकले, जो बीबीयों के ग़ुलाम हो गये
कुछ दोस्त तो बदनाम हो गये, कुछ गुमनाम हो गये
कुछ बदनसीब तो बे वक़्त ही, ख़ुदा के नाम हो गये
ज़िंदगी के सफर में कितने दोस्त थे हमारे साथ,
सबसे बेजोड़ वो निकले, जो बीबीयों के ग़ुलाम हो गये
मेरी ज़िंदगी की गाड़ी, तनिक भी न हिल पायी है
मेरे अरमानों की बगिया, अभी तक न खिल पायी है
सोचा था एक ताजमहल और बनबाऊँगा,
पर अभी तक मुझे कोई मुमताज नहीं मिल पायी है
ये रंगों और उमंगों का, त्यौहार है होली
गैरों को दोस्त बनाने का, त्यौहार है होली
होली में ही जल जाती हैं, कटुता की बातें,
मन के मैल मिटाने का, त्यौहार है होली
मन भ्रम दूर भगाने का, त्यौहार है होली
दिलों का मेल कराने का, त्यौहार है होली
दिल में बहती हैं बस खुशियों की धारा,
रँगों और गुलालों का तो, एक बहाना है होली
क्यों ख्वाहिश पाल रखी है किसी का प्यार पाने की
मत भूलो कि बड़ी ज़ालिम नज़र है इस जमाने की
क्यों न उस मुकाम पर पहुंचा दो अपने आपको
कि ये जमाना भी खुद ख्वाहिश रखे तुम्हें पाने की
जो औरों की राहों में कांटे बिछाते हैं
वो अपना भी रास्ता कभी न पाते हैं
जो रोशनी बुझाते हैं औरों के घर की,
उनके घर भी अंधेरों में डूब जाते जाते हैं