ऐ दिल तू हर किसी से, इतना प्यार मत कर,
मस्त है ये दुनिया किसी का #इंतज़ार मत कर !
रहना है तुझे अकेला बस कर जुगत उसकी तू,
यारा किसी ओर के काँधे पर, ऐतबार मत कर !
न समझता है दुःख दर्द कोई भी किसी के अब,
अपने ग़मों का तमाशा, तू सरे बाज़ार मत कर !
चमकते #सितारे तो मलकीयत है आसमां की,
फ़िज़ूल उनकी चाहत में, #दिल बेक़रार मत कर !
बड़ी मुश्किल से पनपता है #मोहब्बत का गुलशन,
तू अपनी नफरतों से उसको, सुपुर्दे ख़ाक मत कर !!!
इज़्ज़त बचानी है, तो ईमान बचा के रखिये,
अपने हसीन सपनों को, यूँ ही सजा के रखिये !
गर अंधेरों से डर लगता है तो मुस्तैद हो कर,
आँधियों से अपने चरागों को, बचा के रखिये !
किस्मत के सहारे बैठ कर कुछ नहीं मिलता,
यारो हाथ पैरों में, ज़रा जुम्बिश बना के रखिये !
दर्द तो होता है दुनिया के दिए ज़ख्मों में यारा,
पर #दिल के तूफां पे ज़रा कब्ज़ा बना के रखिये !
तैयार बैठे हैं शिकारी ले कर फरेबों का जाल,
न आना किसी लोभ में, खुद को बचा के रखिये !
ग़लतफ़हमी में न रहिये दोस्त कि सब अपने हैं,
अपने दिल की बातें ज़रा, दिल में छुपा के रखिये !!!
एक मुसाफिर हूँ यारो, कोई तो साथ दे दो,
थोड़ी सी देर को, #मोहब्बत की छांव दे दो !
अब थक चूका हूँ मैं इस लंबे सफर से यारो,
मुश्किल है आगे बढ़ना, ज़रा सा हाथ दे दो !
बड़ी ज़िल्लतों से पहुंचा हूँ मैं यहां तलक भी,
बस कुछ वक़्त ठहरूंगा, ज़रा सी ठाँव दे दो !
बड़ी ही बेरहम हैं #ज़िन्दगी की ये राहें दोस्त,
आँखों में नींद है, कोई प्यारा से ख़्वाब दे दो !!!
इश्क़ से हमने तो यारो, बंदगी कर ली,
यूं ही तबाह बेकार में, ज़िन्दगी कर ली !
हमें तो उजाले दौड़ते हैं काटने को अब,
हमने तो चरागों की, गुल रोशनी कर ली !
अपनों की #मोहब्बत ने धोखा दिया यारो,
इसलिए गैरों से हमने, आशिक़ी कर ली !
रखा है क्या हसीनों की महफ़िलों में दोस्त,
छोड़ कर सब को, तन्हा #ज़िन्दगी कर ली !!!
नए रिश्तों को पनपने में, देर तो लगती है,
यूं दुनिया को परखने में, देर तो लगती है !
नहीं बिकती #मोहब्बत बाज़ार में कहीं भी,
यारो दिलों में उतरने में, देर तो लगती है !
चाहे आजमाओ नुस्खा किसी हकीम का,
मगर ज़ख्मों के भरने में, देर तो लगती है !
ज़माने की ठोकरों से घायल पड़ा जो दिल,
उसके फिर से मचलने में, देर तो लगती है !
न घबराइये दोस्त देख कर बदला मौसम, #इंसान को भी बदलने में, देर तो लगती है !!!