Shanti Swaroop Mishra

921
Total Status

Aitbaar kya kije

मतलब परस्त लोगों पर, ऐतबार क्या कीजे
दिलों में है बेरुखी, किसी से प्यार क्या कीजे
#तन्हा जीना भी कोई जीना है दोस्तो, मगर
जो बेदर्द चला गया, उसका इंतज़ार क्या कीजे
जो तोड़ते हैं #दिल को एक खिलौना समझ कर,
ऐसे बेवफा दरिंदों पर, दिल निसार क्या कीजे
#ज़िंदगी तो बस एक झंझटों का झमेला है दोस्त
गुज़र गयीं जो आफतें, उन पे विचार क्या कीजे...

Aaj Kyun Hain Aansu

आज क्यों हैं ये आंसू यूं छलछलाते हुए
गुज़र गयीं मुद्दतें किसी को भुलाते हुए
उधर खाली पड़ी हैं पगडंडियां दूर तलक
बस चल रहे हैं अकेले हम लड़खड़ाते हुए
वो #वक़्त वो समां तो कब का गुज़र गया
बस जल रहे हैं कुछ दीये टिमटिमाते हुए
#ज़िन्दगी की शाम है अब सोचना है क्या
बस गुज़रते जा रहे हैं #लम्हें सनसनाते हुए
आती हैं जब कभी याद वो शहनाइयां ,
बस गुज़र जाते हैं कुछ पल गुनगुनाते हुए...

Apni Aadat Badal Dalo

रहना है इस शहर में, तो अपनी फितरत बदल डालो
#अजनबी शहर में, अपनी झूठ की इबारत बदल डालो
ज़िन्दगी में बहुत कर चुके अपनी मनमानी तुम,
रहना है अगर प्यार से, तो अपनी #आदत बदल डालो
लाख दुश्मनी सही फिर भी #रिश्ते नहीं तोड़े जाते,
तुम ही ख़ुदा हो सबके, अपनी ये कहावत बदल डालो
इस #जीवन की रंगोली में नफरत के रंग न भरिये,
इस में #मोहब्बत के रंग भर कर, सजाबट बदल डालो
#नफरतों की दीवारों को जल्द गिराना होगा,
वर्ना तो बंटते रहेंगे आँगन, नज़रे हिक़ारत बदल डालो

Tujhe Ajmane chale aaye

हम तो तेरे दिल में फूल खिलाने चले आये
तेरे ग़मों को अपने दिल में बसाने चले आये
अफ़सोस तोड़ दिया तूने मेरे दिल का भरम
खुदाया हम तो अपनी जान लुटाने चले आये
न कर बेवफाई इतनी इस नादान दिल से तू
हमतो इसकी खातिर हस्ती मिटाने चले आये
#दिल के कोने में पड़ी तेरी सभी यादें समेंट कर
हम तो तुझे तेरी ही तस्वीर दिखाने चले आये
तेरे दिल में क्या है #दोस्त ये तो बस ख़ुदा जाने
मगर हम तो बस यूं ही तुझे आजमाने चले आये

Mohabbat kaise nibhayen

किसी से मोहब्बत हम, निभाएं तो कैसे निभाएं
हर तरफ हैं कांटे, खुद को बचाएं तो कैसे बचाएं
#मोहब्बत हर किसी के मुक़द्दर में नहीं होती,
दिल में जीने की तमन्ना, जगाएं तो कैसे जगाएं
अब अपने भी साथ नहीं दिया करते अपनों का,
#ज़िन्दगी के हसीन सपने, सजाएँ तो कैसे सजाएं
सोचते हैं कि डुबो दें दुनिया को ख़ुशी के रंग में,
मगर खुशियों के रंग, हम बनायें तो कैसे बनायें
बद्किस्मत हैं वो जो नफरतों का बोझ ढोते हैं,
उनके ज़िगर में, #प्यार को बसायें तो कैसे बसायें...