लोग अपनी बीबिओं का हर नाज़ उठाते हैं
उनकी हर ख्वाहिश को दिल से निभाते हैं
पर जब उसकी कोख में बेटी आती है,
कुछ लोग खुशी की जगह मातम मनाते हैं
मत भूलो कि तुम्हारी मां भी किसी की बेटी है
तुम्हारी अपनी प्रियतमा भी किसी की बेटी है
ये ना होती तो कुछ भी ना होता दुनिया में,
फिर क्यों बेचारी बेटी की किस्मत इतनी हेटी है ?
#मोहब्बत के चंद लम्हों से, ज़िंदगी का रुख़ बदल जाता है
एक चरमराई जिंदगी का, जीने का मकसद बदल जाता है #प्यार की कशिश का कुछ होता है ऐसा असर,
कि जीवन के उजाड #गुलशन का, मुकद्दर बदल जाता है...
कितना प्यार किया काया से वो यहीं पड़ी रह जायेगी
ये दौलत और रिश्तों की ममता यहीं तलक रह जायेगी...
पर जिसकी तूने कभी न मानी वही आत्मा
जीवन भर तेरे साथ रही और आगे भी साथ निभायेगी...
अय #ज़िन्दगी तू ही बता, तेरा क्या हवाल है
गर पूंछना है तो तू पूंछ ले, तेरा क्या सवाल है
घर से चला था तो सिर्फ कपडे थे तन पर,
खोया है क्या तूने भला, इतना क्या मलाल है
खुद ही देखे थे वो सपने जो न थे तेरे कभी,
नादानियां थीं तेरी ही, औरों की क्या मज़ाल है
क्यों बना डाले थे तूने मोह के ये जाल इतने,
फंस गयी तू खुद ही उनमें, इसमें क्या बवाल है
तू अकेली नहीं है पागल दुनिया में अय जिंदगी,
मिल जाएंगी हज़ारों, भला इनका क्या अकाल है
सच है कि न जीते हम जिंदगी हिसाब से, #गुनाह तो अपना है भला औरों से क्या मलाल है
क्या गुज़री है दिल पर, कौन समझता है
किसी और का दर्द, भला कौन समझता है
खो गए गमों की भीड़ में मेरा #नसीब था,
किसी और के अज़ाब, भला कौन समझता है
मेरा नाज़ुक सा #दिल रोने लगता है यूं ही,
उस मूर्ख का यूं रोना, भला कौन समझता है
सब जीते मरते हैं यहाँ सिर्फ अपने लिये
यहाँ औरों के हालात, भला कौन समझता है...