वक़्त के मोड़ पे ये कैसा वक़्त आया है,
ज़ख़्म #दिल का ज़ुबान पर आया है,
ना रोते थे कभी काटो की चुभन से,
आज क्यों फूलों की खुश्बू से रोना आया है !!!

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