दुनिया की झूठी रिवायतें, तोड़ने की कोशिश में हूँ,
टूटे दिलों की ख्वाहिशें, मैं जोड़ने की कोशिश में हूँ !
मोड़ लिए थे रास्ते कभी अंधेरों की तरफ जिन्होंने,
उनकी राहों को उजालों में, मोड़ने की कोशिश में हूँ !
देखना है कि भरा है कितना विष अपनों के दिलों में,
बस वो ज़हर भरी गागर, मैं तोड़ने की कोशिश में हूँ !
ज़रा सी बात को इज़्ज़त का सवाल बना लेते हैं लोग,
भरा है जो दिलों में अहम, मैं तोड़ने की कोशिश में हूँ !
भूल गए हैं लोग अपने अतीत का वो सफर,
उन्हें फिर पुराने सफर पे, मैं छोड़ने की कोशिश में हूँ !
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