अनेकों प्रश्न ऐसे है जो दोहराए नहीं जाते,
बहुत उत्तर ऐसे भी है जो बतलाए नहीं जाते,
मेरी ख्वाइश है तुम को चांद तारे तोड़ के दे दूँ
मगर चादर से बाहर पांव फैलाए नहीं जाते...
और यही सोचकर हमें अपने दिल में जगह दे देना
कि घर आए हुए मेहमान लौटाएं नहीं जाते !!!
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