जाते जाते भी तो वो, हज़ार ग़म दे गया हमको,
यूं ही मर मर के, जीने की #कसम दे गया हमको !
बसाया था मन में उसे एक हसीं फूल समझ कर,
मगर #ज़िन्दगी में, खारों सी चुभन दे गया हमको !
दो पल की ज़िंदगी भी न जी सके कभी प्यार से,
बहारें छीन कर वो तो, उजड़ा चमन दे गया हमको !
सोचते रहे कि कभी तो बहेंगी ठंडी हवाएं,
मगर ज़िन्दगी भर की, वो तो जलन दे गया हमको !

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