कभी बात भी होगी, कभी बे बात भी होगी,
ज़िन्दगी लम्बी है यारो, मुलाक़ात भी होगी !

ये ग़मों के सिलसिले न रहेंगे हमेशा दोस्त,
कभी न कभी, खुशियों की बरसात भी होगी !

ज़िन्दगी की राहों में ज़रा सा संभल कर चलिए,
स्वागत में उधर, काँटों की बारात भी होगी !

ये खेल है ज़िन्दगी का ज़रा हिम्मत से खेलिए,
कभी जीते हो ठाठ से, तो कभी मात भी होगी !

आँखें खोल कर रखना ज़रा अपनों से,
सामने से मोहब्बत, पर पीछे से घात भी होगी !

Leave a Comment