माँ तो जन्नत का वो फूल है,,,
प्यार करना उसका उसूल है...
दुनिया की #मोह्ब्बत भी
उसके सामने फिजूल है.....
#मां की तो हर दुआ भी कबूल है....
मां को नाराज करना ऐ इंसान तेरी वो भूल है...
क्यूँकि माँ के कदमो की
मिट्टी भी जन्नत की धूल है.....!!

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