हम तो दिलो जान से, उन पर ऐतबार करते थे
हर पल उनका सिर्फ उनका, इन्तज़ार करते थे
पर ज़ख्म दिये जब उस मग़रूर ने दिल पै,
तब पता चला कि हम तो पत्थर से प्यार करते थे...
हम तो दिलो जान से, उन पर ऐतबार करते थे
हर पल उनका सिर्फ उनका, इन्तज़ार करते थे
पर ज़ख्म दिये जब उस मग़रूर ने दिल पै,
तब पता चला कि हम तो पत्थर से प्यार करते थे...