मेरे प्यार को यूं ही हंसी में उड़ा दिया उसने
मेरे धड़कते दिल में नश्तर चुभा दिया उसने
धुएं में गुम हो गये मेरे सभी अरमां
सिगरेट की तरह कुचल कर बुझा दिया उसने
ज़रा सी मोहलत मिली थी जिनसे
फिर से उन्हीं तनहाइयों से मिला दिया उसने
शुक्र गुज़ार रहेंगे ता ज़िंदगी उसके
कि मरने से पहले ही कफ़न उड़ा दिया उसने...

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