मेरे पीठ पर जो जख्म है
वो अपनों की निशानी है..!!!
वरना
सीना तो आज भी
दुश्मनो के इंतजार में बैठा है..!
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वो अपनों की निशानी है..!!!
वरना
सीना तो आज भी
दुश्मनो के इंतजार में बैठा है..!