793 Results
कभी ग़म तो कभी तन्हाई मार गयी,
कभी याद आ कर उनकी #जुदाई मार गयी,
बहुत टूट कर चाहा जिसको
हमने,
View Full
रूठे गर जमाना भी, तो मना लेंगे
हम,
भड़कते हैं शोले भी, तो बुझा देंगे
हम !
अपनों का साथ हो तो ग़म कैसा यारो,
View Full
उनका ख़याल दिल से,
हम मिटा न पाए,
बहुत चाहा भूलना मगर,
हम भुला न पाए !
उनकी जफ़ाओं का है याद
हमें हर लम्हां,
View Full
ज़रा सी ज़िन्दगी में, व्यवधान बहुत हैं ,
तमाशा देखने को, यहां इंसान बहुत हैं !
View Full
खुली आँखों में गुज़र जाती हैं,
हमारी रातें अक्सर ,
आँखों में समायी रहती हैं, यादों की बारातें अक्सर !
View Full
किसी को नीचा दिखाना
हमारी फितरत मेँ नहीँ...
हमेँ नीचा दिखा के कोई बच जाऐ
ऐसा किसी की #किस्मत मेँ नहीँ ।
View Full
न पूछो कि ज़िन्दगी ने, कितना रुलाया
हमको,
कैसे खास अपनों ने, जी भर के सताया
हमको !
View Full
किसी की ज़िन्दगी, किसी को मिटाने का क्या हक़ है,
खुद की ख़ुशी के लिए, औरों को रुलाने का क्या हक़ है !
View Full
दुनिया में किसी का कोई, ग़म बंटाने नहीं आता,
कोई लफ़्ज़ों का मर
हम भी, अब लगाने नहीं आता !
View Full
दिल के तूफ़ान को, होठों तक ज़रा आने तो दीजिये,
ग़मों के काले बादलों को, दूर ज़रा जाने तो दीजिये !
View Full