दीवाने #मोहब्बत में, कभी साजिश नहीं करते #प्यार पाने के लिए, झूठ की बारिश नहीं करते
पकड़ लेते हैं प्यार से दामन जिसका एक बार,
उसे छोड़ कर कभी, और से गुज़ारिश नहीं करते
अकेले में जा कर भले ही आंसू बहा लें वो मगर,
दुनिया के सामने वो, दर्द की नुमाइश नहीं करते
सह लेते हैं सितम #ज़िन्दगी का खेल समझ कर,
पर खेल में वो, सिर्फ जीत की ख्वाहिश नहीं करते
टूट जाते हैं बिखर जाते हैं पूरी तरह से वो मगर,
मदद के लिए किसी से कभी, फरमाइश नहीं करते...
उनको यूं भुला पाना भी नामुमकिन है
उनके बिन जी पाना भी नामुमकिन है
वक़्त नहीं उनके पास अब हमारे लिए
अपने ग़म बता पाना भी नामुमकिन है
दिल पे लगा रखे हैं हज़ार पहरे उसने
हक़ीक़त समझ पाना भी नामुमकिन है
यूं तो ख़्वाबों से नाता ही टूट गया अब
क्योंकि अब नींद आना भी नामुमकिन है
अभी तो लम्बा सफर पड़ा है #ज़िन्दगी का
लगता है उसे काट पाना भी नामुमकिन है...
कभी फुर्सत में ज़रा, हमें भी याद किया होता
दिन में वक़्त नहीं, ख़्वाबों में याद किया होता
बहुत गुज़रते होंगे तुम्हारे दर से हो कर लोग,
कभी तो किसी के ज़रिये, सम्बाद किया होता
अब तो मुद्दत गुज़र गयी तेरे दीदार के बिना,
कभी तो आकर ये घर मेरा, आबाद किया होता
ज़िंदगी छोटी है कल न जाने क्या हो क्या पता,
मेरी खातिर तुमने, इक पल तो बर्बाद किया होता...
इस उम्मीद से मत फिसलो, कि तुम्हें कोई उठा लेगा
सोच कर मत डूबो दरिया में, कि तुम्हें कोई बचा लेगा
ये दुनिया तो एक अड्डा है तमाशबीनों का दोस्त,
गर देखा तुम्हें मुसीबत में तो, यहां हर कोई मज़ा लेगा...
न मुझे नाम चाहिए न शौहरत चाहिए
खुशी से जीने की बस मोहलत चाहिए #खुदा कसम मुझे #दौलत की चाहत नहीं
मुझे तो दोस्तों की बस इनायत चाहिए
जाने कल क्या हो किसी को क्या खबर
बस जीने के लिए जरा सी #मोहब्बत चाहिए...