Pyar dikhane ki cheez nahin
प्यार महफिलों में दिखाने की चीज़ नहीं होता
ये बाज़ार में रखा कोई बिकाऊ माल नहीं होता
ये तो दो दिलों की मौज है यारो,
इसमें देखने और दिखाने का सवाल नहीं होता
प्यार महफिलों में दिखाने की चीज़ नहीं होता
ये बाज़ार में रखा कोई बिकाऊ माल नहीं होता
ये तो दो दिलों की मौज है यारो,
इसमें देखने और दिखाने का सवाल नहीं होता
वक़्त के साथ लोगों के व्यवहार बदल जाते हैं
दुश्मनों के साथ साथ उनके यार बदल जाते हैं
कल तक जो सलाम करते थे अदब से,
आज वही लोग नज़र चुरा कर निकल जाते हैं
जो मुकद्दर में था उसी से गुज़ारा कर लिया
अंगूर खट्टे समझ कर उनसे किनारा कर लिया
सपनो के पीछे खूब भागे मगर,
हकीकत की सजाओं ने मुझे बेचारा कर दिया
तेरा रूप चमन की खुशबू, यहाँ भंवरों की कोई कमी नहीं
पर वफा नहीं इन भंवरों में, यहां फूलों की कोई कमी नहीं
एक दिन जब पतझड़ आएगा, और तेरा चेहरा कुम्हलायेगा
कोई नहीं देखेगा तुझको और कोई भंवरा गीत न गायेगा
तब याद करोगे इस पगले को, जो दिल में तुझे सजाता है
हर रोज़ तुम्हारी चाहत में, वो अपना घर द्वार सजाता है
आज भी मेरा प्यार वही है, इसमें रंचित कमी नहीं आई
दिल में प्यार का राग गूंजता, इसमें भी कमी नहीं आई
दिल के द्वार खुले हैं हर पल, आना चाहो तो आ जाओ
ये जीवन तेरे नाम कर दिया, अपना समझो तो आ जाओ
मेरे अरमानों की, होली जला कर चले गये
मेरी वफा को वो, ठोकर लगा कर चले गये
मैने हज़ार मिन्नतें कीं उनसे,
पर वो नहीं पिघले, हाथ छुड़ा कर चले गये