ज़िन्दगी के बुरे पल, चुप चाप गुज़र जाने दो
क़यामत के तूफ़ान, बस यूं ही गुज़र जाने दो
वक़्त आएगा ज़रूर कि छंट जायेगा अँधेरा,
ज़रा सा बादलों के पीछे से, चाँद उत्तर आने दो
क्यों आये हो नए ज़ख्म देने के लिए दोस्त,
जो दे चुके हो पहले, ज़रा उन्हें तो भर जाने दो
दिले नादाँ को कैसे बताऊँ दुनिया की फितरत,
कि कहते हैं यहाँ लोग, जो मरता है मर जाने दो
ढूंढते रहे वो कमियां हमारे मिज़ाज़ में मगर,
जानते हैं मिज़ाज़ हम भी उनका, मगर जाने दो
बहुत कोशिशें की है संभल जाने की हमने,
अब बिखरनी है ज़िन्दगी, तो फिर बिखर जाने दो
मत कर प्यार इतना, तू रह न पायेगा #मोहब्बत का वो दर्द, तू सह न पायेगा
तोड़ देंगे दिल तेरे अपने ही किसी दिन,
बस रोने के सिवा कुछ, तू कह न पायेगा
काँटों के सिवा कुछ न मिलेगा राहों में,
वो मंज़िलों के फ़ासले, तू सह न पायेगा
ये तो बे दिल इंसानों का शहर है,
दर्द ए दिल की दास्ताँ, तू कह न पायेगा...
बर्बाद आशियाँ की, सदायें तू साथ लिए जा
टूटी हुई साँसों की, ये आहें तू साथ लिए जा
जीने की #तमन्ना न रही अब हमको दोस्त,
अपनी यादों की वो बलाएँ, तू साथ लिए जा
मेरा गम कुछ भी नहीं गर तू खुश है यारा,
अपने गम की सारी दवाएं, तू साथ लिए जा
अब तेरे बिन इन बहारों का क्या होगा ?
इस जहां की सारी फ़िज़ाएं, तू साथ लिए जा...
सुख में तो सभी नज़र आते हैं अपने से
परखना है तो #वक़्त का इंतज़ार कीजिए
न होती पूरी ख्वाहिशें अपने हिसाब से
ये वक़्त के हाथ है ज़रा इंतज़ार कीजिए
केवल अँधेरा ही #ज़िन्दगी का सच नहीं
रख कर धीरज #सुबह का इंतज़ार कीजिए
दुःख सुख तो बस धूप छाँव से हैं प्यारे
बरसेगी ज़रूर बदली बस इंतज़ार कीजिए
न देखिये अपने हाथों की लकीरों को,
पौधा रोपिये फिर फल का इंतज़ार कीजिए...
कभी रिश्ते बनाने में उम्र गुज़र जाती है
कभी रिश्ते निभाने में उम्र गुज़र जाती है
किसी के नसीब में हैं खुशियाँ ही खुशियाँ
किसी को खुशी पाने में उम्र गुज़र जाती है...