Koi Saath Nahi Jata
कोई नहीं रुकता यहाँ, सब अपनी राह चले जाते हैं
कोई आगे चले जाते हैं, तो कोई पीछे चले जाते हैं
कोई साथ नहीं जाता मरने वाले के,
सब ठिकाने पर छोड़ कर, घर वापस चले जाते हैं
कोई नहीं रुकता यहाँ, सब अपनी राह चले जाते हैं
कोई आगे चले जाते हैं, तो कोई पीछे चले जाते हैं
कोई साथ नहीं जाता मरने वाले के,
सब ठिकाने पर छोड़ कर, घर वापस चले जाते हैं
अपना काम किसी और पर छोड़ा नहीं जाता
प्यार भरे रिश्तों को बेवजह तोड़ा नहीं जाता
मेहनत से ही मुश्किलें होती हैं आसान,
डर कर हर काम ख़ुदा पर छोड़ा नहीं जाता
ये दुनिया वो दुनिया नहीं, जिसकी तलाश में तू है
इधर ईमान नहीं मिलता, जिसकी तलाश में तू है
बिकता है ज़मीर यहां अब कोडियों के दामों में,
तू ज़िन्दगी न जी पायेगा, जिसकी तलाश में तू है
मतलबी हैं लोग यहां नफ़रत का बाजार फैला है,
न मिल सकेगी वो मोहब्बत, जिसकी तलाश में तू है
घुसना पड़ेगा तनहा तुझे इस दुनिया की भीड़ में,
न मिल सकेगा सहारा तुझे, जिसकी तलाश में तू है
रंग जा तू भी अब इस दुनिया के रंग में
वो रंग तो सब अब मिट गए, जिसकी तलाश में तू है
पा जाते सब कुछ यूं ही अगर,
तो मेहनत की अहमियत क्या होती
ना देता ख़ुदा गर भूख हमें,
तो इस कुदरत की अहमियत क्या होती
ये भेड़चाल की दुनिया है
हम सबकी यही कहानी है,
मिल जाता ख़ुदा गर यूं ही हमें,
तो उसकी भी अहमियत क्या होती