दिल खुश नहीं, तो ज़माना बुरा लगता है
किसी का भी हमें, घर आना बुरा लगता है
छा जाती है एक अजीब सी धुंध दिल पे,
मधुर संगीत का, हर तराना बुरा लगता है
जब दिल होता है किन्हीं ख़यालों में ग़ुम,
तो ज़िंदगी का, हर अफ़साना बुरा लगता है
हार जीत तो बस एक सोच भर है,
पर किसी हारे हुए को, हराना बुरा लगता है...
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