रिश्तों की ये दुनियाँ है निराली
सब रिश्तों से प्यारी है दोस्ती तुम्हारी
मंज़ूर है आँसू भी आँखों में हमारी
अगर आ जाए मुस्कान होठों पे तुम्हारी

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