जो न मिल सके, उसे पाने की कोशिश न कीजिये,
अंजान को, अपना बनाने की कोशिश न कीजिये !
हर रास्ता मंज़िल पर पहुंचाएगा ये ज़रूरी नहीं,
यूं ही अंजान राहों पे, जाने की कोशिश न कीजिये !
मुखौटे में छुपाए फिरते हैं लोग औकात अपनी,
उनके झांसे में, कभी आने की कोशिश न कीजिये !
तज़ुर्बा है कि नहीं मिलता मुफ्त में कुछ भी कहीं,
खुद को लालच में, फंसाने कि कोशिश न कीजिये !
जल मरते हैं क्यों परवाने भला शमा को क्या खबर,
मगर खुद को यूं ही, जलाने की कोशिश न कीजिये !

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