गिर के फिर संभलने का, मज़ा ही कुछ और है ,
अपने पैरों से चलने का, मज़ा ही कुछ और है !
प्यार में चोट खाने का अफसोस न करो दोस्त,
#मोहब्बत में बिछड़ने का, मज़ा ही कुछ और है !
ज़िन्दगी जीने के लिए कोई तिकड़म न लगाइये,
सिर्फ अपनी तरह जीने का, मज़ा ही कुछ और है !
अपने अमोल रिश्तों को दौलत से न तौलिये कभी,
अपनों के आगे झुकने का, मज़ा ही कुछ और है !
भरी पड़ी है ये दुनिया अनेकों लम्पटों से दोस्त ,
उनसे ईमान बचा रखने का, मज़ा ही कुछ और है !

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