गर चाहिए मोहब्बत, तो काबिल बनिए,
तपती धूप नहीं, खुशनुमा बादल बनिए !
बन के बारूद क्या मिलेगा तुम्हें दोस्त,
बन सको तो, आँखों का काजल बनिए !
न मुस्कराओ किसी को डूबता देख कर,
गर बन सको तो, उसका साहिल बनिए !
#ज़िन्दगी में ज़रा संभल कर चलिए दोस्त,
न ज्यादा सुर्ख़रू, न ज्यादा जाहिल बनिए !!!!

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