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Wo Namak Lagane Aaya Tha

मैंने तो समझा कि, दर्द बंटाने आया था,
लगा कि दुःख में, साथ निभाने आया था !
दिखाए थे ज़ख्म सारे मरहम की आस में,
पर वो #बेवफा तो, नमक लगाने आया था !
चढ़ा दिया हमको बिना पतवार कश्ती पर,
और हम समझे कि, पार लगाने आया था !
पानी से भरी गागर फोड़ दी उसने यूं ही,
हम समझ बैठे कि, प्यास बुझाने आया था !
न समझ पाए हम इस दुनिया को अब तक,
वो था कि दस्तूर-ए-जफ़ा, निभाने आया था !!!

Mohabbat Ka Ehsas Nahi

Mana Ki #Pyar Kisi Ka Mere Paas Nahi,,,
Magar Tumhein Meri #Mohabbat Ka Ehsas Nahi...
Jane Pee Gaye Hum Kitne Ghum-E-Aansu,,,
Ab Kuch Aur Peene Ki #Pyaas Nahi !!!

Mohabaat haari nahi hogi

किसी भी मोड़ पर तुमसे वफ़ादारी नहीं होगी
हमें मालूम है तुमको ये बीमारी नहीं होगी...
तआल्लुक़ की सभी शमाएँ बुझा दीं इसलिए मैंने
तुम्हें मुझसे बिछड़ जाने में दुश्वारी नहीं होगी

मेरे भाई वहाँ पानी से रोज़ा खोलते होंगे
हटा लो सामने से मुझसे इफ़्तारी नहीं होगी
ज़माने से बचा लाए तो उसको मौत ने छीना
मोहब्बत इस तरह पहले कभी हारी नहीं होगी

 

Kisko Dosh Du Yaaro

खुद अपने ही दीये ने, अपना घर जला दिया ,
समझा जिसे दिल, उसने ही दिल जला दिया !
तमन्नाओं का हुज़ूम लिए बैठे रहे उम्र भर,
इंतज़ार ए वक़्त ने, हमें बुझदिल बना दिया !
न जीना ही सीख पाए ठीक से न मरना ही,
हमने खुद को ही, खुद का क़ातिल बना दिया !
न चाहत सुकून की न फ़िक्र मौजों की यारो,
#ज़िन्दगी को बेकशी की, महफ़िल बना दिया !
किसको दोष दूं खुद को या तक़दीर को "यारो,
संभलते संभलते भी, अपना दामन जला दिया !!!

Dil ko Zakham de gya

Ek Dil mere Dil ko zakham de gaya,
Zindagi bhar jeene ki kasam de gya
Lakho phoolo me se ek phool chuna tha humne,
Jo kaanto se gehri chubhan de gya.....