ये #ज़िंदगी के खेल भी, कितने अजीब होते हैं !
सच्चाई की राह में, हमेशा काँटे नसीब होते हैं !
न चाहता है कोई भी अपनों से दूर होना मगर,
देते हैं वही धोखे, जो ज़िगर के करीब होते हैं !
ठुकराते हैं जो किसी को भी दौलत के नशे में,
सच्चाई तो ये है, कि वो #दिल के गरीब होते हैं !
जो ढूढने लगते हैं खोट अपनों के दिलों में भी,
यारो वो लोग तो, सचमुच में बदनसीब होते हैं !!!
मेरी ज़िन्दगी की, बस इतनी सी कहानी है !
बस चेहरे पर बेबसी, और आँखों में पानी है !
समझा जिसे अपना, वो तो बेवफा निकला ;
सोचा था क्या हमने, मगर वो क्या निकला ;
मारना ही था तो फिर, ज़िन्दगी क्यों दे दी ;
अच्छा भला था मैं, ये शर्मिंदगी क्यों दे दी ;
यही रंजोग़म तो, मोहब्बत की निशानी है !
चेहरे पे बस बेबसी ,
मेरी ज़िन्दगी की ---
अपनों पे यकीन कर, पछताते रहे रात दिन ;
रिसते हुए ज़ख्मों को, सहलाते रहे रात दिन;
खा के भी धोखा, दिल में बिठाये रखा उसे ;
दुनिया के सामने, अपना बनाये रखा उसे ;
मेरे फूटे नसीब की, बस यही मेहरवानी है !
चेहरे पे बस बेबसी,
मेरी ज़िन्दगी की ----
यूं ही मुश्किलों में, ज़िन्दगी बिता दी हमने ;
पर कोंन पराया है, पहिचान करा दी सबने;
दूर किनारे पर खड़े, हाथ हिलाते रहे अपने ;
हमें डूबता हुआ देखा, तो मुस्कराते रहे अपने ;
पर लोग कहते हैं कि, यही तो ज़िंदगानी है !
बस चेहरे पर बेबसी,
मेरी ज़िन्दगी की ---
दिल की हरकतें, जुबां पे आने लगी हैं धीरे धीरे,
अब अंदर से हसरतें, मुस्कराने लगी हैं धीरे धीरे !
बहुत जी लिए घुट घुट के अब मुश्किल है दोस्तो,
अपनों की शरारतें, दिल दुखाने लगी हैं धीरे धीरे !
हर जज़्बात को जुबां पर लाना मुश्किल है यारो,
मगर #दिल की तरंगें, सुगबुगाने लगी हैं धीरे धीरे !
वक़्त ए सलामती न पहचान आया अपना पराया,
अब लोगों की फितरतें, समझ आने लगी हैं धीरे धीरे !
चलो हंसने की कोई, हम वजह ढूंढते हैं,
जिधर न हो कोई ग़म, वो जगह ढूंढते हैं !
बहुत उड़ लिए ऊंचे आसमानों में यारो,
चलो जमीं पे ही कहीं, हम सतह ढूंढते हैं !
छूटा संग कितनों का ज़िंदगी की जंग में,
चलो उनके दिलों की, हम गिरह ढूंढते हैं !
बहुत वक़्त गुज़रा भटकते हुए अंधेरों में,
चलो अँधेरी रात की, हम सुबह ढूंढते हैं !!!
मकां तो मिलते हैं मगर, कोई भी घर नहीं मिलता !
अब ईंट और गारे में, दिलों का असर नहीं मिलता !
सब कुछ पाने की ललक तो दिखती है हर जगह,
पर कहीं ख़ुदा के दिए, हिस्से में सबर नहीं मिलता !
अब तो करते हैं लोग दोस्ती सिर्फ मतलब के लिए,
जो #ज़िन्दगी भर निभा दे, वो हमसफ़र नहीं मिलता !
किसी के सुख से ग़मज़दा मिल जाएंगे हज़ारों लोग,
पर किसी के दुःख में भी रोये, वो अक्सर नहीं मिलता !