Na Akal Na Shakal
जिनकी शक्ल मिलती है,
वो भाई -बहन होते है!
जिनकी अक्ल मिलती है,
वो सच्चे दोस्त होते हैं!
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जिनकी न अक्ल मिलती है
न शक्ल मिलती है,
वो "पति-पत्नी" होते हैं 😂
जिनकी शक्ल मिलती है,
वो भाई -बहन होते है!
जिनकी अक्ल मिलती है,
वो सच्चे दोस्त होते हैं!
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जिनकी न अक्ल मिलती है
न शक्ल मिलती है,
वो "पति-पत्नी" होते हैं 😂
बेचारा मर्द कितना सहमा हुआ रहता है!
बीवी ने 50 रुपये के दो नोट दिए और कहा,
"50 का प्याज़ और 50 के आलू लाओ!"
पति कुछ देर बाद वापस आया
और बोला, "प्याज़ का नोट कौन सा है?" 😂😂😂
Girl: Tu Hasta Nahi Hai Kya?
Pappu: Kyun? 🤔
Girl: Haste Huye Koi Photo Nahi Dekhi, Teri. 😊
Pappu: Tu Nahati Nahi Kya? 🙄 😜
हमें परायों से नहीं, अपनों से डर लगता है
हमें तो सच से नहीं, सपनों से डर लगता है
दिल में चाहत के तूफ़ान तो बहुत हैं मगर,
हमें तो बनावटी, मोहब्बतों से डर लगता है
हमने देखा है बहुत कुछ ज़िंदगी में यारो,
हमें शातिरों से नहीं, शरीफों से डर लगता है
जाने कितने किरदार देखे हैं उम्र भर हमने,
हमें चाशनी में पगी, बातों से डर लगता है
अब न दिखता है कोई मेल चेहरे का दिल से,
हमें दिल में उमड़ते, ज़हरों से डर लगता है
चाहत तो हमारी भी है सितारे छूने की मगर,
हमें आसमां से नहीं, खजूरों से डर लगता है
न समझ लेना ये कि हम तो कायर हैं "मिश्र",
हमें तो शेरों से नहीं, सियारों से डर लगता है
तकते तकते राह तेरी, यारा शाम हो गयी
आँखों की रौशनी भी, अब तमाम हो गयी
न दिखी कोई मूरत हमें, दूर दूर तलक भी,
मुफ्त में अपनी मोहब्बत, बदनाम हो गयी
लोग हँसते रहे देख कर, यूं तड़पना हमारा,
पर ये ज़िन्दगी फिर भी, तेरे नाम हो गयी
अभी सताना है कितना, बस बता दे इतना,
अब तो ये जुबाँ भी हमारी, बेजुबान हो गयी
हम भी जानते थे कि, मोहब्बत खेल नहीं है,
न जाने कितनों की ज़िंदगी, क़ुर्बान हो गयी
यादों के पन्ने ही, बस पलटते रह गए,
पर उधर उल्फ़त की बगिया, वीरान हो गयी