Zindagi Mein Kya Hoga?
क्यों डरे कि ज़िन्दग़ी में क्या होगा,
हर वक़्त क्यों सोचे कि बुरा होगा,,,
बढ़ते रहे बस मंज़िलो की ओर,
हमे कुछ मिले या ना मिले,
तज़ुर्बा तो नया होगा !!!
क्यों डरे कि ज़िन्दग़ी में क्या होगा,
हर वक़्त क्यों सोचे कि बुरा होगा,,,
बढ़ते रहे बस मंज़िलो की ओर,
हमे कुछ मिले या ना मिले,
तज़ुर्बा तो नया होगा !!!
कोने में सिमटकर सोना चाहता हूँ,
जमाने से छिपकर रोना चाहता हूँ;
तुम्हें भुलाने की ऐसी जिद पकड़ी है,
जबरदस्ती किसी का होना चाहता हूँ !!!
तेरी यादों का ज़खीरा, कब तक दबाये रखूँ
दिल में वो तेरी सूरत, कब तक बसाये रखूँ
कभी जलाई थी जो तूने मोहब्बत की शमा,
उसको मैं आखिर यूं, कब तक जलाये रखूँ
तुझे देखना है तो देख ले यहाँ आकर यारा,
मैं उल्फत का मलबा, कब तक बचाये रखूँ
सच है कि होती है तेरी कमी महसूस मुझे,
पर यूँही झूठी तसल्ली, कब तक बँधाये रखूँ
तूने तो तमाशा बना दिया मेरी ज़िन्दगी का,
मैं तेरी डगर पे पलकें, कब तक बिछाए रखूँ
गुज़रे हुए लम्हें कभी वापस न आते "मिश्र",
आखिर मैं तेरी दास्ताँ, कब तक छुपाये रखूँ...
महिलाएं सारा कुछ सहन कर लेती हैं
और पुरुष महिलायें को सहन कर लेते हैं 🤔🙄
तो मित्रो !!!
ज्यादा महान कौन हुए 😂😂😂